डेयरी फार्म के लिए बढ़िया फीड सरदार कैटल फीड

पशुओं के दूध उत्पादन के लिए 76 प्रतिशत खर्चा केवल दाने का होता है अगर फीड बढ़िया किस्म की होगी तो पशु से हम उसकी समरथा के अतिरिक्त दूध ले सकते है परन्तु देखा गया है कि पशु पालने वाले भाई बहने पशु को जों खल का दाना, ग्रभौ का तेल डालते रहते है जो पशुओं की जरुरत को पूरा नहीं कर सकते, परन्तु पशु की पाचन प्रणाली को बिगाड़ देते है सन्तुलित खुराक में ऊर्जा, प्रोटीन, खनिज पदार्थे का होना बहुत जरुरी है

  • प्रोटीन : जिस में मास - पेशियाँ बनती है अन्दरुनी अंग, बालों की बनावट, चमड़ी की बनावट बनाने में सहायक होता है शरीर की अन्दरूनी चोटों को ठीक करने में प्रोटीन बहुत सहायक होता है परन्तु इस बात का ध्यान रखा जाये कि ज्यादा प्रोटीन के साथ गुर्दे, मेदा, बच्चेदानी और लेवा प्रभावित होता है फीड में कुल प्रोटीन की मात्रा का ३२ प्रतिशत बईपास प्रोटीन अवश्य होना चाहिए
  • ऊर्जा : यह दाने, सीरे और रेशेदार पदार्थो में मिलती है ऊर्जा से पशुओं को शक्ति मिलती है ज्यादा दूध उत्पादन और समय से गर्भ धारण करने के लिए ऊर्जा का होना बहुत आवश्यक है
  • फैट : फैट (चिकनाई) का होना बहुत जरुरी है हैरानी की बात यह है की पशु फालतू ऊर्जा को भी चिकनाई में बदल कर स्टोर कर लेता है जिसका प्रयोग पशु जरुरत के अनुसार करते है इसलिए खुराक में बहुत चिकनाई का होना पाचन प्रणाली पर बढ़िया प्रभाव डालता है
  • खनिज पदार्थ : पशुओं के शरीर में लगभग 40 प्रकार की खनिज पदार्थ पाए जाते है कुल खनिज पदार्थों का 76 प्रतिशत से जयादा हिस्सा हड्डियों के ढांचे में होता है बाकी हिस्सा मास पेशियों और खून में होता है

सस्ता दूध पैदा करने का तरीका

  • शोड हवादार होना चाहिए
  • पशुओं का हरा चारा कम से कम 40 किलो रोज़ाना दे, जो कि बिजाई से
    ज्वार - 60 दिन के बाद
    मक्की - 55 दिन के बाद
    बाजरा - 42 से 45 din के बाद
  • कटा हरा चारा जिसकी लम्बाई 2 इंच हो, डालना चाहिए
  • पशुओं को हरा चारा, दाना, भूसा, बराबर मात्रा में मिलाकर तीन हिसों में सुबह - दोपहर तथा शाम को देना चाहिए
  • पशुओं को ताज़ा पानी भरपूर मात्रा में पिलाना चाहिए